वीरेन्द्र चंसौरिया,टीकमगढ़ (म.प्र.)
गीत-''मेरे देश की कहानी
मेरे देश की कहानी बहुत है पुहानी
प्यारे देश की कहानी बहुत है सुहानी
भारत है नाम इसका दिल्ली है राजधानी
इस देश की कहानी सारे विश्व ने है जानी।
मेरे देश की जवानी प्यारे देश की दीवानी
अंगे्रज अफसरों को मुँह की पड़ी है खानी
मेरे देश की आजादी वीरों की कुर्बानी
बलिदान हो गए पर हार न मानी
गांधी,सुभाष,शेखर की शान सबने जानी
निर्भीक ओर बहादुर थी झाँसी की रानी
पावन यहाँ की नदियाँ अमृत सा जिनमें पानी
नदियों के ही किनारे बसते हैं संत ज्ञानी
आशा लता दो बहनें,कोयल-सी जिनकी बानी,
बानी में ऐसा जादू हर दिल में है समानी
वीरेन्द्र चंसौरिया,टीकमगढ़ (म.प्र.)
गीत-''मेरे देश की कहानी
मेरे देश की कहानी बहुत है पुहानी
प्यारे देश की कहानी बहुत है सुहानी
भारत है नाम इसका दिल्ली है राजधानी
इस देश की कहानी सारे विश्व ने है जानी।
मेरे देश की जवानी प्यारे देश की दीवानी
अंगे्रज अफसरों को मुँह की पड़ी है खानी
मेरे देश की आजादी वीरों की कुर्बानी
बलिदान हो गए पर हार न मानी
गांधी,सुभाष,शेखर की शान सबने जानी
निर्भीक ओर बहादुर थी झाँसी की रानी
पावन यहाँ की नदियाँ अमृत सा जिनमें पानी
नदियों के ही किनारे बसते हैं संत ज्ञानी
आशा लता दो बहनें,कोयल-सी जिनकी बानी,
बानी में ऐसा जादू हर दिल में है समानी
वीरेन्द्र चंसौरिया,टीकमगढ़ (म.प्र.)
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