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सोमवार, 29 जुलाई 2013

sampadkia

sampadkiaसंपादक की कलम से ........
         'आकांक्षा पत्रिका का यह आठवाँ अंक हम आप तक पहुँचा रहे हंै। इस बार विशेष परिशिष्ट स्तंभ में टीकमगढ़़ जिले के अज्ञात कवि स्व.श्री सी.एल.जैन 'सरल âदय जी पर 20 पृष्ठीय 'विशेष परिशिष्ट दिया है। स्थानाभाव के कारण गध आलेख बहुत ही संक्षिप्त में दिये जा रहे हैं।
        'दामिनी कांड ने पूरे देश को शर्मसार कर दिया। ऐसे घ्रणित कृत्य करने वालों को शीघ्र ही फांसी की सजा दी जानी चाहिए। ताकि भविष्य में कोर्इ और दामिनी इस तरह बर्बरतापूर्ण न मर सके। पूरे देश में एक साथ जन आक्रोश का सैलाब ऐसा उमड़ा कि सरकार की आँखों खुल गयी तथा उन्हें सोचने पर मज़बूर कर दिया। जब राजधानी तक में नारी सुरक्षित नहीं हैं तो अन्य छोटे शहरों में क्या हाल होगा। अब नारी की सुरक्षा में लिए हमें शीघ्र ठोस व कठोर कदम उठाने होगे। हम दामिनी को अपनी विनम्र श्रृद्धांजलि देते है।
        दिनांक 17 फरवरी 2013 'आकांक्षा पत्रिका परिवार के विशेष सहयोगी श्री अशोक सक्सेना 'अनुज (भोपाल) का निधन हो गया वे 'आकांक्षा पत्रिका के पहले अंक से ही जुड़े थे मृदुभाषी, मिलनसार  थे पिछले वर्ष जुलार्इ 2012 में 'आकांक्षा पत्रिका के सातवे अंक के विमोचन अवसर पर उन्हें टीकमगढ़ में म.प्र. लेखक की जिला इकार्इ एव 'आकांक्षा पत्रिका परिवार ने सम्मानित भी किया था। हम उन्हें अपनी विनम्र श्रृद्धांजलि देते है।
         हम विशेष रूप से श्री शांति कुमार जैन  (टीकमगढ़), श्री बी.एल.जैन 'सलिल (टीकमगढ़), श्री भारत विजय बगेरिया (टीकमगढ़), श्री देवेन्द्र कुमार मिश्रा (छिन्दवाड़ा), गाफि़ल स्वामी,(अलीगढ़), श्री आर.एस.शर्मा,(टीकमगढ़)एवं, श्री एम.के.एस तोमर (टीकमगढ़) के बहुत-बहुत आभारी हैं कि इन्हाेंने 'आकांक्षा के अंक आठ हेतु अपना विशेष सहयोग प्रदान किया तथा हम उन सभी साहित्यकारों के भी आभारी हंै जिन्होंने 'आकांक्षा पत्रिका के लिए अपना प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रूप से हमें सहयोग प्रदान किया।
         हम आशा करते है कि भविष्य में आप सभी का इसी प्रकार सहयोग एवं स्नेह मिलता रहेगा। पत्रिका में जो भी त्रुटियाँ जाने अनजाने में रह गयी हा, उनके लिए हम आपसे क्षमा माँगते हंै।  यह पत्रिका आपको कैसी लगी आपके विचार,सुझावों एवं समीक्षाओं का हमें बड़ी बेसब्री से इंतज़ार रहेगा।   
                                    आपका-राजीव नामदेव 'राना लिधौरी

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